कृत्रिम प्राण वायु की खातिर फिरता तू मारा - मारा I कृत्रिम प्राण वायु की खातिर फिरता तू मारा - मारा I
कर्मनिष्ठा और निरंतर प्रयास से उच्च शिखर पर बढ़ती रहो! कर्मनिष्ठा और निरंतर प्रयास से उच्च शिखर पर बढ़ती रहो!
मुक्तक...। मुक्तक...।
हवाओं से लेकर दिल में, सब में तुम हो कृष्णा...! हवाओं से लेकर दिल में, सब में तुम हो कृष्णा...!
ऐसे अद्भुत कारनामे किसी जादूगिरी से क्या कम है ! ऐसे अद्भुत कारनामे किसी जादूगिरी से क्या कम है !
जीवन सफल सुखद हो जायेगा । जीवन से मुक्ति भी पायेगा । जीवन सफल सुखद हो जायेगा । जीवन से मुक्ति भी पायेगा ।